दिवाली से पहले आम आदमी को झटका नहीं, राहत: नई जीएसटी दरों का प्रभाव

दिवाली से पहले आम आदमी को झटका नहीं, राहत: नई जीएसटी दरों का प्रभाव

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प्रमुख बिंदु (Key Highlights)

1. GST 2.0 – दो ही स्लैब: 5% और 18%, साथ में विशेष 40% ‘सिन टैक्स’

  • GST व्यवस्था को सरल बनाने के लिए अब मुख्य दो स्लैब होंगे— 5% (जरूरी दैनिक सामान) और 18% (स्टैंडर्ड सामान)।
  • केवल विशेष “सिन” या लग्जरी वस्तुओं के लिए 40% की ऊँची दर लागू होगी—जैसे तम्बाकू, लग्जरी कार, हेलीकेप्टर आदि।

2. क्या होगा सस्ता?

  • अब ब्रेड, पनीर, पराठे, पिज्जा ब्रेड जैसे रोज़मर्रा की ज़रूरी वस्तुओं पर 0% GST, यानी कर-मुक्त।
  • पैकेज्ड फूड, साबुन, टूथपेस्ट, जीवन बीमा, और दवा-चिकित्सा उपकरण जैसे सामान अब 5% स्लैब में आएँगे।
  • एयर-कूलर, टीवी, सीमेंट, छोटी कारें / बाइक (350cc से कम) जैसे स्टैंडर्ड सामान पर कर दरें 18% होंगी।
  • वैश्विक स्तर की प्राथमिकता—ईवी (Electric Vehicles) पर GST 5% बनी रहेगी।

3. इसके पीछे सरकार की रणनीति क्या है?

  • महीनेभर चलने वाले त्योहारी सीज़न से पहले राहत देना—जैसे दिवाली पर आम परिवारों को खरीदारी में सहूलियत मिल सके।
  • बाज़ार में मांग को बढ़ावा देना, साथ ही रेकॉर्डेड INFLATION को कम करना—अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि इससे महँगाई में 0.8–1.1% तक की गिरावट संभव है।
  • रिफंड्स और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को आसान बनाना—छोटे कारोबारियों को प्रशासनिक राहत मिले।
  • राजस्व हानि का सामना—सरकार ₹48,000 करोड़ का राजस्व नुकसान सहने को तैयार है, जो अपेक्षित से कम है।

4. प्रत्येक वर्ग को कैसे लाभ?

  • उपभोक्ता – रोज़मर्रा का सामान सस्ता हो गया; परिवारों की खरीद क्षमता बढ़ी।
  • उद्योग – घरेलू मांग बढ़ने से कंपनियों (जैसे FMCG, वाहन, घरेलू उपकरण निर्माता) को बढ़ावा।
  • व्यापारी / दुकानदार – कोई स्टॉक नहीं बचेगा, क्योंकि 22 सितंबर से पुरानी और नई सभी वस्तुओं पर नई दरें लगेंगी।
  • विश्लेषकों का भरोसा – उद्योग जगत ने बदलाव को “दूरदर्शी” और अर्थव्यवस्था को मजबूती की ओर ले जाने वाला बताया।

5. कब से लागू?

  • ये नई दरें 22 सितंबर 2025 से प्रभावी होंगी—नवरात्रि के पहले दिन से।
  • पुराने स्टॉक पर भी नई दरें लागू होंगी


अग


📝 MCQs on New GST Rates (2025)

Q1. हाल ही में लागू की गई नई GST व्यवस्था (GST 2.0) में कितने मुख्य कर स्लैब रखे गए हैं?
(a) 3
(b) 2
(c) 4
(d) 5

Answer: (b) 2
Explanation: अब केवल 2 मुख्य स्लैब हैं—5% और 18%। अलग से 40% का विशेष सिन टैक्स रखा गया है।


Q2. नई GST दरों के अनुसार, तम्बाकू और लग्जरी कारों पर अधिकतम कर दर कितनी होगी?
(a) 28%
(b) 35%
(c) 40%
(d) 50%

Answer: (c) 40%
Explanation: “Sin Goods” (तम्बाकू, लग्जरी कार, हेलीकॉप्टर आदि) पर 40% GST लागू होगा।


Q3. किस वस्तु को शून्य (0%) GST श्रेणी में रखा गया है?
(a) जीवन बीमा (Life Insurance)
(b) पनीर और ब्रेड
(c) पैकेज्ड साबुन
(d) सीमेंट

Answer: (b) पनीर और ब्रेड
Explanation: ब्रेड, पनीर, पराठे, पिज़्ज़ा ब्रेड आदि अब टैक्स-फ्री कर दिए गए हैं।


Q4. नई GST व्यवस्था से सरकार को अनुमानित राजस्व हानि कितनी होगी?
(a) ₹12,000 करोड़
(b) ₹24,000 करोड़
(c) ₹48,000 करोड़
(d) ₹60,000 करोड़

Answer: (c) ₹48,000 करोड़
Explanation: सरकार ने घोषणा की है कि नई दरों से ₹48,000 करोड़ का राजस्व घाटा होगा।


Q5. निम्नलिखित में से कौन-सी वस्तु अब 5% GST स्लैब में आती है?
(a) टूथपेस्ट
(b) टीवी
(c) सीमेंट
(d) लग्जरी कार

Answer: (a) टूथपेस्ट
Explanation: पैकेज्ड फूड, साबुन, टूथपेस्ट, दवा-चिकित्सा उपकरण 5% में रखे गए हैं।


Q6. नई GST दरें कब से प्रभावी होंगी?
(a) 15 अगस्त 2025
(b) 22 सितंबर 2025
(c) 2 अक्टूबर 2025
(d) 1 जनवरी 2026

Answer: (b) 22 सितंबर 2025
Explanation: नवरात्रि के पहले दिन से नई दरें लागू होंगी।


Q7. किस सेक्टर को इस GST सुधार से सबसे अधिक प्रत्यक्ष लाभ होगा?
(a) रक्षा उद्योग (Defence Industry)
(b) FMCG व ऑटोमोबाइल सेक्टर
(c) कृषि उत्पादक (Agriculture Producers)
(d) दूरसंचार (Telecom)

Answer: (b) FMCG व ऑटोमोबाइल सेक्टर
Explanation: रोजमर्रा के उपभोक्ता वस्त्र व छोटे वाहनों पर कर घटने से इन सेक्टरों को सीधा फायदा होगा।


Q8. अर्थशास्त्रियों के अनुसार नई GST दरों से महँगाई (Inflation) पर क्या असर पड़ेगा?
(a) 0.5–0.7% तक की गिरावट
(b) 0.8–1.1% तक की गिरावट
(c) कोई असर नहीं
(d) 2% तक की बढ़ोतरी

Answer: (b) 0.8–1.1% तक की गिरावट
Explanation: कम कर दरों से उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें घटेंगी, जिससे महँगाई कम होने की उम्मीद है।


Q9. Electric Vehicles (EVs) पर GST दर कितनी बनी रहेगी?
(a) 0%
(b) 5%
(c) 12%
(d) 18%

Answer: (b) 5%
Explanation: EVs पर पहले से 5% GST था, और यह दर बरकरार रखी गई है।


Q10. नई व्यवस्था में छोटे कारोबारियों को मुख्यतः किस सुधार से राहत मिलेगी?
(a) आयकर (Income Tax) में कटौती
(b) आसान रिफंड और पंजीकरण (Refund & Registration Simplification)
(c) बिजली सब्सिडी
(d) ब्याज दरों में कमी

Answer: (b) आसान रिफंड और पंजीकरण
Explanation: GST 2.0 में कारोबारियों के लिए टैक्स रिफंड और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया सरल की गई है।



🖊 UPSC Mains – Model Answer Writing

प्रश्न (Question):
“हाल ही में सरकार द्वारा लागू नई GST दरों (GST 2.0) को उपभोक्ता कल्याण और आर्थिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इसके प्रमुख विशेषताओं को रेखांकित करते हुए इसके संभावित प्रभावों का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए।”


उत्तर (Answer)

प्रस्तावना (Introduction)

वस्तु एवं सेवा कर (Goods and Services Tax – GST) भारत में 2017 से लागू है, जिसका उद्देश्य अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था को सरल और एकीकृत करना था। सितंबर 2025 में सरकार ने GST 2.0 के रूप में बड़ा सुधार किया है, जिसमें कर दरों को घटाकर दो मुख्य स्लैब (5% और 18%) कर दिया गया तथा विशेष वस्तुओं पर 40% “सिन टैक्स” लगाया गया।


प्रमुख विशेषताएँ (Key Features)

  1. दो मुख्य स्लैब – 5% और 18% (पहले चार स्लैब थे)।
  2. 0% कर (Tax-free) – ब्रेड, पनीर, पराठा, पिज़्ज़ा-ब्रेड जैसी आवश्यक वस्तुएँ।
  3. 5% स्लैब – पैकेज्ड फूड, साबुन, टूथपेस्ट, दवाएँ, बीमा, मेडिकल उपकरण।
  4. 18% स्लैब – टीवी, कूलर, सीमेंट, छोटी कारें (350cc से कम)।
  5. 40% सिन टैक्स – तम्बाकू, लग्जरी कार, हेलीकॉप्टर आदि।
  6. EVs पर 5% GST – हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए।
  7. लागू तिथि – 22 सितंबर 2025, नवरात्रि से।

संभावित प्रभाव (Impacts)

(A) सकारात्मक प्रभाव

  • उपभोक्ता कल्याण – रोजमर्रा के सामान सस्ते होने से उपभोक्ताओं की बचत होगी।
  • महँगाई नियंत्रण – अर्थशास्त्रियों का अनुमान 0.8–1.1% तक मुद्रास्फीति घटेगी।
  • मांग में वृद्धि – FMCG और ऑटोमोबाइल सेक्टर में उपभोग बढ़ेगा।
  • सरलीकरण – व्यापारियों के लिए रिफंड और पंजीकरण आसान हुआ।
  • हरित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा – EVs पर कम कर से क्लीन एनर्जी की दिशा में प्रोत्साहन।

(B) चुनौतियाँ

  • राजस्व हानि – अनुमानित ₹48,000 करोड़ का घाटा।
  • राज्य सरकारों की चिंता – राज्यों के हिस्से का टैक्स घट सकता है।
  • सिन गुड्स पर निर्भरता – उच्च टैक्स केवल सीमित वस्तुओं पर, लंबी अवधि में राजस्व स्थिरता चुनौती हो सकती है।
  • संक्रमण समस्या – नए और पुराने स्टॉक पर दर लागू करने में भ्रम संभव।

निष्कर्ष (Conclusion)

नई GST दरें उपभोक्ताओं को राहत और बाज़ार में मांग को बढ़ावा देने वाला कदम है। यह अर्थव्यवस्था में अल्पकालिक प्रोत्साहन (short-term stimulus) तो दे सकती हैं, किंतु दीर्घकाल में राजस्व संतुलन और राज्यों के सहयोग की आवश्यकता होगी।
UPSC के दृष्टिकोण से यह उदाहरण है कि किस प्रकार नीतिगत कर सुधार उपभोक्ता कल्याण और आर्थिक विकास दोनों को संतुलित करने का प्रयास करते हैं।


📌 Practice Question for UPSC (Mains)

प्रश्न:
“GST 2.0 सुधार को उपभोक्ताओं और उद्योग जगत के लिए ‘दिवाली गिफ्ट’ कहा गया है। परंतु इसके दीर्घकालिक आर्थिक प्रभावों को लेकर कई प्रश्न खड़े होते हैं। चर्चा कीजिए।”
(250 शब्दों में उत्तर लिखें।)


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