iGOT Karmayogi (Integrated Government Online Training – Karmayogi) भारत सरकार द्वारा विकसित एक डिजिटल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म है, जो नागरिक सेवाओं के अधिकारियों की क्षमता निर्माण (capacity building) के लिए बनाया गया है। यह Mission Karmayogi – राष्ट्रीय नागरिक सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम – का डिजिटल आधार (Digital Learning Framework) है।
उद्देश्य:
- नागरिक सेवाओं को भारतीय मूल्यों और लक्ष्यों से जोड़ते हुए सक्षम और भविष्य-तैयार बनाना।
- अधिकारियों में बिहेवियरल, फंक्शनल और डोमेन क्षमताओं (competencies) का विकास करना, ताकि वे लोक-उपयोग (citizen-centric service) बेहतर ढंग से दे सकें।
Mission Karmayogi और iGOT Karmayogi
Mission Karmayogi (NPCSCB) एक व्यापक पहल है, जिसके छह स्तंभ हैं:
- पॉलिसी फ्रेमवर्क
- संस्थागत ढाँचा
- क्षमता ढाँचा (Competency Framework)
- डिजिटल लर्निंग फ्रेमवर्क (iGOT Karmayogi)
- e-HRMS
- मॉनिटरिंग एवं मूल्यांकन ढाँचा
iGOT Karmayogi प्लेटफ़ॉर्म इन छह में से चौथा स्तंभ है, जो निरंतर, ऑन-डिमांड, और रोल-आधारित शिक्षा प्रदान करता है।
विशेषताएँ (Key Features)
फीचर | विवरण |
---|---|
ऑनलाइन लर्निंग हब | ‘anytime, anywhere, any device’ लर्निंग के लिए सामग्री। |
डिस्कशन हब | विषय-विशेष मंचों पर चर्चा और सहयोग। |
नेटवर्क हब | आधिकारिक नेटवर्किंग और सहयोग। |
कंपटेंसी हब | व्यक्तिगत क्षमता की पहचान और सुधार। |
करियर हब | कैरियर पथ की योजना और मूल्यांकन। |
इवेंट हब | वर्कशॉप, वेबिनार आदि सहज रूप से उपलब्ध। |
कुल मिलाकर २ करोड़ से अधिक उपयोगकर्ताओं के लिए यह लर्निंग मार्केटप्लेस बन चुका है।
संस्थागत संचालक – Karmayogi Bharat SPV
इस प्लेटफॉर्म को चलाने एवं विकसित करने हेतु एक विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) – Karmayogi Bharat – गठित किया गया है। यह 100% सरकारी कंपनी है जो iGOT Karmayogi की संपत्ति, कॉन्टेंट, परिसंभाल और मूल्यांकन प्रणाली का प्रबंधन करती है।
संक्षेप में (Summary)
- iGOT Karmayogi = Mission Karmayogi का डिजिटल लर्निंग फ्रेमवर्क।
- एक ऑनलाइन लर्निंग + करियर + नेटवर्किंग प्लेटफ़ॉर्म है।
- यह कार्यसमर्थ और भविष्य-तैयार नागरिक सेवक विकसित करने हेतु डिज़ाइन किया गया है।
- इसका संचालन Karmayogi Bharat SPV द्वारा किया जाता है।
📝 iGOT Karmayogi Registration Process
👉 रजिस्ट्रेशन केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए है (केंद्र/राज्य सरकार व उनसे जुड़े संगठन)।
🔹 Step 1: वेबसाइट खोलें
- आधिकारिक पोर्टल पर जाएँ:
👉 https://igotkarmayogi.gov.in
🔹 Step 2: “Sign Up” / “Register” पर क्लिक करें
- होमपेज पर Sign Up / Register विकल्प मिलेगा।
🔹 Step 3: Employee Details भरें
यहाँ आपसे मूलभूत जानकारी माँगी जाएगी:
- Employee ID (जैसा कि आपकी संस्था/विभाग ने दिया है)
- नाम (Name)
- ईमेल ID (Official Email)
- मोबाइल नंबर
- विभाग / मंत्रालय / राज्य / संगठन का चयन
- पदनाम (Designation)
🔹 Step 4: Verification
- ईमेल और मोबाइल पर OTP आएगा → उसे दर्ज करें।
🔹 Step 5: Password सेट करें
- एक सुरक्षित पासवर्ड बनाएँ (Portal के लिए)।
🔹 Step 6: Login करें
- अब Username (ईमेल/Employee ID) और Password डालकर लॉगिन करें।
- पहली बार लॉगिन पर आपसे Competency Profile भरने के लिए कहा जाएगा → इसमें आपकी भूमिकाएँ, कौशल और रुचियाँ दर्ज करनी होंगी।
🔹 Step 7: Courses और Content Access करें
- अब आप Learning Hub, Discussion Hub, Network Hub, Competency Hub, Career Hub, Event Hub का उपयोग कर सकते हैं।
- अपनी भूमिका/कौशल के अनुसार Training Modules चुनकर सीख सकते हैं।
✅ अब आप आधिकारिक रूप से iGOT Karmayogi प्लेटफॉर्म के सदस्य हो जाते हैं।
iGOT Karmayogi क्यों ज़रूरी है?
आइए सरल और विस्तार से समझते हैं 👇
🌟 iGOT Karmayogi क्यों ज़रूरी है?
🔹 1. सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के लिए
- नागरिक सेवक (IAS, PCS, अन्य सरकारी अधिकारी) देश की नीतियों और योजनाओं को लागू करते हैं।
- यदि वे अपडेटेड, कुशल और नागरिक–केंद्रित होंगे, तो जनता को तेज़, पारदर्शी और प्रभावी सेवाएँ मिलेंगी।
🔹 2. लगातार बदलती परिस्थितियों के लिए
- तकनीक (Digital Governance, AI, Data Analytics),
- नए क़ानून,
- और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार
नए कौशल (skills) सीखना ज़रूरी है।
👉 iGOT Karmayogi प्लेटफ़ॉर्म Continuous Learning उपलब्ध कराता है।
🔹 3. प्रशिक्षण को आसान और सुलभ बनाने के लिए
- पहले सरकारी प्रशिक्षण केवल क्लासरूम में और सीमित जगह पर होता था।
- अब कोई भी अधिकारी कहीं से भी, कभी भी, किसी भी डिवाइस पर सीख सकता है।
🔹 4. दक्षता और जवाबदेही (Efficiency & Accountability)
- प्लेटफ़ॉर्म हर कर्मचारी का Competency Profile बनाता है।
- इससे पता चलता है कि किस अधिकारी को कौन सा Skill Gap है → उसी के अनुसार कोर्स और ट्रेनिंग दी जाती है।
- इससे काम की दक्षता और जवाबदेही दोनों बढ़ती हैं।
🔹 5. करियर विकास (Career Growth)
- यह केवल “ट्रेनिंग” नहीं, बल्कि करियर मैनेजमेंट सिस्टम भी है।
- अधिकारी देख सकते हैं कि अगले स्तर तक जाने के लिए उन्हें कौन-से कौशल चाहिए।
- यानी Self-Improvement + Promotion के अवसर।
🔹 6. पारदर्शिता और एकरूपता
- पहले अलग-अलग संस्थानों में अलग-अलग स्तर का प्रशिक्षण होता था।
- अब सभी सरकारी अधिकारियों को एक समान उच्च-स्तरीय डिजिटल ट्रेनिंग उपलब्ध होगी।
✅ निष्कर्ष
iGOT Karmayogi ज़रूरी है क्योंकि यह
- सरकारी कर्मचारियों को समकालीन कौशल देता है,
- नागरिक सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाता है,
- और भारत को एक आधुनिक, पारदर्शी और दक्ष शासन व्यवस्था की ओर ले जाता है।
